जय हिन्द न्यूज/जालंधर
कुछ ऐसे से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सवालों पर आधारित एक लीगल नोटिस पंजाब के जालंधर से लेकर राजधानी दिल्ली स्थित सुप्रीम कोर्ट तक पैरवी करने वाले वकील मंदीप सिंह सचदेव ने देश और पंजाब राज्य के होम सैक्रेटरी, डीजीपी पंजाब तथा जालंधर के DC and पुलिस कमिश्नर को जारी किया है।
जिला बार एसोसिएशन जालंधर की एक पदाधिकारी समेत दो महिला वकीलों की ओर से जारी लीगल नोटिस में उन्होंने बीते चार साल से अज्ञात आरोपी का पता लगाने में विफल रही सिटी पुलिस की कार्यप्रणाली पर ताबड़तोड़ सवाल दागे है। साथ ही साथ अज्ञात आरोपी के सैल्फ स्कैच बनाकर दोनों दर्ज एफआईआर (पहली 68/2018 थाना रामामंडी तथा दूसरी 190/2020 थाना नई बारादरी) को अनट्रेस करार देकर फाइल बंद किए जाने पर सवालिया निशान लगाया है।
लीगल नोटिस में श्री सचदेव ने केंद्र व राज्य सरकार को महिला सुरक्षा का वायदा याद दिलाते हुए दोनों मामलों की जांच केंद्रीय साइबर जांच एजैंसी को ट्रांसफर किए जाने की मांग की है। उन्होंने नोटिस में स्पष्ट शब्दों में कहा है कि ऐसे मामलों में यदि जल्द ठोस जांच करके आरोपी तक नहीं पहुंचा गया तो यह चलन देश की महिलाओं के मानसिक उत्पीडऩ का निमित्त बन जाएगा जिससे महिला सशक्तिकरण के दावे को ठेस पहुंचेगी।
नोटिस में कुछ प्रमुख बातों पर ध्यानाकर्षण भी किया गया है कि कोई अज्ञात फोन कॉलर बीते चार साल से महिला वकीलों को विभिन्न मोबाइल एप्पलीकेशन के माध्यम से काल करके प्रताडि़त करता चला आ रहा है। वो महिला वकीलों को कोर्ट वर्क के अलावा रात के समय विभिन्न विदेशी नंबरों से फोन करके अश्लील शब्दावली बोलता है, अश्लील फोटो/वीडियोज व संदेश भी भेजता है। नंबर ब्लाक करने पर नए नंबर से कॉल कर देता है।
नोटिस में चिन्हित करके चिंता की इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि वो अज्ञात शख्स महिला वकीलों को कॉल करके यह भी बताता है कि उन्होंने आज क्या और किस रंग की ड्रैस पहन रखी है। यही नहीं, महिला वकीलों के निजि जीवन से जुड़ी बातों को भी बताकर मानसिक दबाव बनाता है जिससे काफी महिला वकीलों ने कोर्ट आना ही छोड़ दिया क्योंकि विवाहित महिलाएं अपने सुखद जीवन में कोई खलल नहीं चाहती है।
यह भी बताया है कि बीते कुछ समय से उक्त अज्ञात शख्स की गतिविधियां थमी थी लेकिन गत दिवस एक विवाहित महिला वकील को 19/20 मई 2021 की रात को उसी शख्स ने नए नंबर से पहले रात 11.05 बजे और फिर रात्रि पहर 01.07 बजे फोन करके परेशान किया जिससे उसके पति भी काफी परेशान हो गए हैं। महिला वकील के मुताबिक शख्स की आवाज वही थी लेकिन उसने नए नंबरों का इस्तेमाल किया। डरी-सहमी वकील ने बताया है कि फोन करने वाले अज्ञात शख्स ने अब उन पर एसिड अटैक करवाने की धमकी भी दी है।
एसीपी (साइबर सैल) को भी कर चुका भद्दे कमैंट
श्री सचदेव ने उच्च अधिकारियों को यह भी बताकर ध्यानार्थ किया है कि उक्त दोनों मामलों की जांच बीते समय में साइबर सैल के एसीपी स्तर के अधिकारी को सौंपी गई थी। उस दौरान भी एक महिला वकील ने कॉल आने पर उसी एसीपी को कॉल मर्ज करके अज्ञात कॉलर को डराने की कोशिश की थी लेकिन बेखौफ कॉलर ने एसीपी को भी अश्लील भाषा का इस्तेमाल करके ऐसे बात की थी कि मानों उसे इतना श्योर था कि वो कभी पकड़़ा नहीं जा सकता। वार्तालाप के दौरान उसे पुलिस की सारी कार्रवाई की पूरी खबर पहले से ही थी। मगर अब देखना शेष होगा कि देश और महिला सुरक्षा से जुड़े इस मामले को राज्य व केंद्र सरकार कितनी गंभीरता के साथ लेती है। बहरहाल, माना जा रहा है कि महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ऐसा अपराध करने वाला पकड़़ा जाना अत्यंत जरूरी है क्योंकि यदि खुद महिला वकील ऐसे उत्पीडऩ से खुद को इंसाफ नहीं दिला सकती तो वो अन्य महिलाओं को इंसाफ कैसे दिलाएगी।