जय हिन्द न्यूज़/जालंधर
टांडा रोड पर विगत 2 फरवरी को एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट के इन्वेस्टीगेशन विंग से अधिकारी अमन गुप्ता और रूद्रमनी शर्मा के साथ "कपत्त" करने के आरोप में नामजद हुए कथित ट्रांसपोर्टर "कपूर ब्रदर्स" रूबी कपूर और रवि कपूर के अच्छे दिन अंततः लद ही गए हैं।
सरकारी ड्यूटी पर रुकावट डालने का पर्चा दर्ज होने के बाद से फरार चल रहे और कोरोना के खौफ के साए में मारे-मारे फिर रहे दोनों भाईयों में से रूबी कपूर को गत दिवस थाना 3 पुलिस ने गिरफ्तार कर ही लिया।
अग्रिम पेशी नोटिस जारी करने के बाद से थाना पुलिस लगातार दोनों की तलाश में संभावित ठिकानों पर रेड कर रही थी जिससे दोनों के परिवारों पर भी मानसिक दबाव बना हुआ था।
बताया जा रहा है कि गत दिवस अंदर से टूट चुके रूबी कपूर ने खुद पेश होने का मन बना लिया था। करीबी दावा भी कर रहे हैं कि रूबी ने सरेंडर किया लेकिन पुलिस ने अपनी अरेस्ट ही शो की है।
सूत्रों की और से दावा यह भी किया जा रहा है कि आरोपी रूबी कपूर को "राजनीतिक चैनल" के इशारे पर ही "साइलेंट अरेस्ट" का लाभ दिया गया है। साथ ही रूबी की बेल होने तक फरार आरोपी रवि कपूर को "पॉलिटिकल बेल" भी दी गई है। अब जिन लोगों ने आरोपियों के स्टोर की ओपनिंग का फोटो सोशल मीडिया पर देखा है उनको जगजाहिर है।
संभवत: यही कारण रहा होगा कि पेश होने के बाद आरोपी रूबी कपूर को बिना पुलिस रिमांड जेल भी भेज दिया गया क्योंकि 12 बोतल शराब का प्रेस नोट जारी करने वाली थाना 3 पुलिस ने यह अहम जानकारी मीडिया के साथ शेयर तक नहीं की।
जानकारी यह भी अपडेट हुई है कि जेल भेजे जाने के बाद आरोपी रूबी कपूर ने अपने वकील के जरिये रेगुलर बेल भी दायर कर दी है जिस पर कोर्ट में कल सुनवाई होने वाली है। देखना शेष होगा कि अब सुनवाई के दौरान जांच अधिकारी सहमति प्रदान करता है या फिर बेल अर्जी पर अपना विरोध जताता है।
बहरहाल, GST की "टीम गरचा" के लिए अच्छी खबर है कि उनके रास्ते का एक और कांटा जेल की हवा खा रहा है जबकि इससे पहले गिरफ्तारी से बचने के लिए "कपूर ब्रदर्स" ने काफी हाथ-पांव मारे, इन्क्वायरी भी मार्क करवाई लेकिन वो माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट की एक "LANDMARK JUDGEMENT" से स्वत्: बंद हो गई।
Flashback: सिटी थाना-3 के एसएचओ मुकेश कुमार ने बताया था कि विगत 3 फरवरी 2021 को एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर को शिकायत दी थी कि उनके अधिकारी अमन गुप्ता और रूद्रमनी शर्मा ने मोबाइल विंग के साथ मिलकर 2 फरवरी की देर शाम करीब 7:30 बजे टांडा फाटक के पास एक टेंपू पकड़ा था जिसमें उसमें पार्सल थे।
आरोप यह कि इस दौरान कथित ट्रांसपोर्टर रूबी कपूर और रवि कपूर वहां आ गए और चल रही जांच में बाधा उत्पन्न करके विवाद करते हुए उक्त टेंपो को लेकर निकल गए थे। पुलिस मौके पर आई तो उनकी टीम ने 7 पार्सल कब्जे में लिए थे।
टीम का आरोप यह भी था कि दोनों आरोपी धमकी देकर गए थे कि जैसे उन्होंने रिटायर हो चुके अधिकारी सुखविंदर सिंह और मनजीत सिंह की शिकायतें करके सेट किया था, वैसा ही हाल उनका करेंगे। इस बाबत कुछ वीडियो भी सबूत के तौर पर पेश की थी।
"जय हिन्द न्यूज़ नेटवर्क" ने पहले ही कहा था कि......जैसा कि हमने पहले पोस्ट की न्यूज़ में कानूनविदों के हवाले से बताया भी था कि "अगर उनकी मानें तो ऐसा करके दोनों ने अपने लिए जेल यात्रा का योग बना लिया है। माना जा रहा है कि FIR लंबी जांच के बाद दर्ज की गई है जिससे स्पष्ट है कि यदि हालात वैसे ही रहे जैसे पूर्व मेयर सुरेश सहगल के थे, जिनकी जमानत सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं हुई थी और उनको जेल जाना पड़ा था, तो इन दोनों को भी जेल जाना पड़ सकता है क्योंकि यह स्टेट के मूल राजस्व से जुड़ी जांच से जुड़ा है जिसमें दोनों ने खलल डाली"