जय हिन्द न्यूज़/जालंधर
अपने और अपने पिता की अवैध करतूतों के कारण सदैव नेगेटिव चर्चा में रहने वाला अनिल चोपड़ा परिवार आज मेडिकल इमरजेंसी कोरोना महामारी के दौर में भी अपनी जेब भरने की ललक में कोरोना जैसी घातक बीमारी फैलाने का निमित्त पाया गया।
ठगी-जालसाजी और ज़मीनें कब्जाने के मामलों में अपने पिता के नक्शे कदम पर चल रहे रमाडा सिटी सेंटर के संचालक राजन चोपड़ा को बेशक पुलिस ने आरोपी नहीं बनाया लेकिन होटल में शादी की भीड़ जुटाकर DC के पाबंदी आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में होटल के GM समेत वर-वधु पक्षों के खिलाफ थाना नई बारादरी पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
एक शिकायत मिलने पर होटल RAMADA CITY CENTRE के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची पुलिस टीम के आगे उस राजन चोपड़ा को गिड़गिड़ाते हुए देख हर कोई दंग था, जो पुलिस को "मोटी वगार" देकर होटल में गैर-कानूनी काम करके और पुलिस को अपनी जेब में समझकर चलता है।
दरअसल, पुलिस ने होटल में रेड करके वहाँ जारी शादी में जुटी बेहिसाब भीड़ को देखा और DC की ओर से जारी पाबंदी आदेश का उल्लंघन होता पाया। अब चूंकि पुलिस के साथ एग्जेक्टिव मजिस्ट्रेट भी था, इसलिए उसकी एक नहीं चली जिससे राजन चोपड़ा की सारी हेंकड़ी वही निकल गई।
ACP हरसिमरत सिंह छेत्रा को जैसे ही आदेश मिला, थाना नई बारादरी पुलिस ने होटल के GM समेत वर-वधु पक्ष के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज कर दी। हालांकि पुलिस ने आज की तारीख में होटल से जुड़ी 2 FIR दर्ज की मगर दूसरे में मालिक को नामजद किया लेकिन राजन चोपड़ा पर मेहरबानी दिखा दी। जो अब मामला जल्द तूल पकड़ने जा रहा है।
यहां बता दे कि यह वही चोपड़ा परिवार है जिसके शिक्षण संस्थान भी है और इस परिवार ने कोरोना महामारी के दौर में भी खराब आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों से फीस वसूल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि पूर्वज सदैव ऐसे समय में लोगों की मदद के पक्षधर होते थे।
बताते चले कि अवैध कॉलोनियों से रातों-रात तिजोरियां भरने वाले अनिल चोपड़ा को एक बार एक साल की सजा भी हो चुकी है और बाद में नेक चाल चलनी की शर्त पर छुटकारा हुआ था लेकिन अनिल चोपड़ा ने बाद में सरकारी जमीन को मिलाकर फ्लैट बनाए और फिर ठगी मामले में बेटे समेत नामजद हुआ। करोड़ो की ज़मीन की फर्जी वसीयत का मामला भी जल्द स्पष्ट होने वाला है।
अब जैसा बाप वैसा बेटा, राजन चोपड़ा ने भी कई ऐसे सौदे किए जिसमें न सिर्फ झोल बल्कि निराधार मालिक से जमीन खरीदकर NRI को चूना लगाया हुआ है। मामला वहां भी दर्ज हुआ तो शातिर राजन अब कानून के दांवपेंच खेलने में लगा हुआ है। बहरहाल, यह सभी मामले कोरोना काल के कारण लंबित चल रहे है। देखना शेष होगा कि यह मामले क्या करवट लेते है।