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कथित ट्रांसपोर्टर रूबी कपूर-रवि कपूर पर सरकारी काम में खलल डालने पर FIR दर्ज, जेल यात्रा का बना योग

By RAJESH KAPIL

Published on 24 Mar, 2021 09:37 AM.

 टांडा रोड पर विगत 2 फरवरी को एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट के इन्वेस्टीगेशन विंग से अधिकारी अमन गुप्ता और रूद्रमनी शर्मा के साथ "कपत्त" करने के आरोप में कथित ट्रांसपोर्टर रूबी कपूर और रवि कपूर के खिलाफ सरकारी ड्यूटी पर रुकावट डालने का पर्चा दर्ज किया गया है।

 

 

 

 

 

 

सिटी थाना-3 के एसएचओ मुकेश कुमार ने बताया कि विगत 3 फरवरी को एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर को  शिकायत दी थी कि उनके अधिकारी अमन गुप्ता और रूद्रमनी शर्मा ने मोबाइल विंग के साथ मिलकर 2 फरवरी की देर शाम करीब 7:30 बजे टांडा फाटक के पास एक टेंपू पकड़ा था जिसमें उसमें पार्सल थे।

 

 

 

 

 

 

 

इस दौरान कथित ट्रांसपोर्टर रूबी कपूर और रवि कपूर वहां आ गए और चल रही जांच में बाधा उत्पन्न करके विवाद करते हुए उक्त टेंपो को लेकर निकल गए थे। पुलिस मौके पर आई तो उनकी टीम ने 7 पार्सल कब्जे में लिए थे।

 

 

 

 

 

 

 

टीम का आरोप था कि दोनों आरोपी धमकी देकर गए थे कि जैसे उन्होंने रिटायर हो चुके अधिकारी सुखविंदर सिंह और मनजीत सिंह की शिकायतें करके सेट किया था, वैसा ही हाल उनका करेंगे।

 

 

 

 

 

 

 

थाना प्रभारी मुकेश कुमार का कहना है कि FIR दर्ज होने के बाद दोनों आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। फिलहाल दोनों फरार है और पुलिस उनका सुराग लगा रही है।

 

 

 

 

 

 

 

 

बताया गया है कि दोनों आरोपियों ने हाल ही में एक स्टोर भी खोला था जिसकी ओपनिंग पर पार्षद पति सलिल बाहरी और MLA अवतार सिंह जूनियर भी पहुंचे थे जिनके साथ का एक चित्र भी दोनों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

कानूनविदों की मानें तो ऐसा करके दोनों ने अपने लिए जेल यात्रा का योग बना लिया है। माना जा रहा है कि FIR लंबी जांच के बाद दर्ज की गई है जिससे स्पष्ट है कि यदि हालात वैसे ही रहे जैसे पूर्व मेयर सुरेश सहगल के थे, जिनकी जमानत सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं हुई थी और उनको जेल जाना पड़ा था, तो इन दोनों को भी जेल जाना पड़ सकता है क्योंकि यह स्टेट के मूल राजस्व से जुड़ी जांच से जुड़ा है जिसमें दोनों ने खलल डाली।

 

 

 

 

 

 

बहरहाल, देखना शेष होगा कि इस मामले में क्या कानूनी खेल होता है और उस आधार पर दोनों जेल जाने से बचने की कोशिश करते है।

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