बहुकरोड़ीय OLS गोल्ड किट्टी Scam में फ्रॉड की आरोपी कंपनी के मालिकों पर FIR करने के बाद सिटी पुलिस ने FIR का दूसरा दौर शुरू कर दिया है। Scam की गहराई से जांच कर रही SIT के आदेश पर थाना 3 में गुरूनानक पुरा जालंधर निवासी आरोपी ठग गिरोह के 3 सदस्यों के खिलाफ एक नई FIR दर्ज की गई है।
खास बात यह कि तीनों आरोपी आदित्य सेठी, वंदना सेठी और मीना सेठी एक ही परिवार के सदस्य हैं और इनकी भूमिका यह सामने आई है कि यह तीनों ठगी मामले में जेल में बंद कंपनी मालिकों के लिए नए-नए शिकार फंसाकर लाते रहे हैं और खुद कंपनी से मोटा लाभ अर्जित करते रहे हैं।
नई FIR दर्ज होते ही आरोपी ठग गिरोह का नया चेहरा भी सामने आया है कि निवेश करवाने के लिए भोले-भाले लोगों को नामजद दंपति आदित्य-वंदना न केवल व्याज़ और गोल्ड का लालच देते थे बल्कि आदित्य की माँ वीना सेठी लोगों को विदेशी टूर के सपने भी दिखाती थी।
बहरहाल, नया मामला दर्ज होने से कंपनी के लिए काम करते रहे उन 1st लाइनर्स में खलबली मच गई है जिन्होंने कंपनी में हुए निवेश का मोटा पैसा कमीशन के रूप में डकारा हुआ है। मुख्य आरोपी SIT के सामने जो भेद खोल गए हैं उससे साफ है कि आने वाले दिनों में कुछ और FIR भी दर्ज होंगी।
ताज़ा मामला रस्ता मोहल्ला जालंधर निवासी पंचम वधवा की शिकायत पर दर्ज हुआ है जिनका दावा है कि उनके अपने और करीबी रिश्तेदारों के साथ कुल 9 लाख 20 हजार की ठगी हुई है और रकम नामजद किए आरोपी आदित्य सेठी, उसकी पत्नी वंदना और वंदना की सास मीना सेठी के व्याज़-गोल्ड और विदेशी टूर मिलने के बहकावे में आकर निवेश किए थे।
बकौल, पंचम (45) वो एक बिजली शोरूम में काम करती है और किसी जानकार माध्यम से आरोपी पक्ष के संपर्क में आई थी। तब आदित्य ने उसको स्कीम बताई गई थी कि 11 किश्त देनी और 12वीं को कंपनी जोड़कर वापिस करेगी। आरोपी वन्दना सेठी ने स्कीम के लक्की ड्रा में गोल्ड कॉइन मिलने का लालच भी दिया।
हैरत की बात यह भी कि आरोप के मुताबिक आरोपी दंपति आदित्य की मां ने गवाहों के सामने शिकायतकर्ता से विदेशी टूर के नाम पर 1.5 लाख रुपये भी वसूले। रिकॉर्ड मुताबिक यह रकम बैंक से उन्हीं दिनों से निकली और तत्काल में शिकायतकर्ता का पासपोर्ट भी बना, यही तथ्य FIR का आधार बने हैं।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर का कहना है कि Scam करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जा रहा है। Scam से जुड़ी अन्य शिकायतों के आधार पर विभिन्न थानों में और भी FIR हो सकती हैं। विदेश भेजने का झांसा देकर निवेश करवाना ट्रेवल एक्ट की उल्लंघना है। आरोपियों के जांच में शामिल होने के बाद ट्रेवल एक्ट की धारा भी जुड़ सकती है।
फिलहाल जांच दल आरोपियों को नोटिस जारी कर शामिल तफ्तीश करने जा रहा है। श्री भुल्लर ने स्पष्ट किया कि किसी की भी खून-पसीने की कमाई को लुटने वाले के साथ सख्ती से निपटा जा रहा है। संकेत दिया है कि मामले ज्यादा होने के कारण समय लगेगा लेकिन हर किसी को इंसाफ ज़रूर मिलेगा।