जय हिन्द न्यूज़/चंडीगढ़
एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के बगावती मोड़ लेने के चलते आज CPH के वकीलों ने अपने मेंबर एडवोकेट जनरल, पंजाब अतुल नंदा को हाइकोर्ट बार एसोसिएशन की मेम्बरशिप से बर्खास्त कर दिया। वहीं, CPH के वकीलों ने अब चीफ जस्टिस की ट्रांसफर की मांग पर भी अपना स्टैंड ले लिया है।
यह फैंसला बार के जनरल हाउस में उस समय लिया गया जब सोमवार को हड़ताल के दौरान कोर्ट में पेशी को लेकर विवाद हो गया। आरोप लगा कि AG नंदा ने उस वकील को धमकाया जिसकी ड्यूटी बार ने वकीलों को कोर्ट में पेश होने से रोकने के लिए लगाई हुई थी।
"यह तथ्य भी सामने आया कि चीफ जस्टिस वकीलों की हड़ताल को प्रभावित करने की कोशिश कर रहें है" जिसको सुनकर भड़के वकीलों ने तत्काल जनरल हाउस बुलाया और दोनों प्रस्ताव पारित कर दिए। पारित प्रस्तावों की पुष्टि करते हुए बार के प्रधान GBS ढिल्लों ने कहा कि चीफ जस्टिस की ट्रांसफर तक हड़ताल जारी रहेगी और AG अतुल नंदा की सदस्यता को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है।
उधर, जब AG अतुल नंदा से बात करने के लिए उनको लाइनअप किया गया तो उन्होंने पत्रकार से सामना होते देख फ़ोन काट दिया। हालांकि उनको दोबारा भी कॉल की गई लेकिन उन्होंने कॉल काट दी और स्पष्ट कर दिया कि वो अभी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। बहरहाल, पूरे मामले ने राज्य भर में खलबली मचा दी है और फिर भी हमको उनके पक्ष का इंतज़ार है।
वहीं, देर शाम इस बाबत अपडेट हुआ कि बार काउंसिल ने इस फैंसले का संज्ञान लेकर इस पर स्टे जारी कर दिया है। बताया गया है कि पंजाब-हरियाणा बार काउंसिल ने AG की मेम्बरशिप को समाप्त करने के निर्णय को असंवेधानिक करार दिया है।