जय हिन्द न्यूज/जालंधर
केंद्र व राज्य सरकारों की सख्ती के बावजूद सीपीएच यानि चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा में विदेश भेजने की आड़़ में ठगी का सिलसिला जारी है। बेशक कानून की सख्ती बढ़ी और लाइसैंस भी बंटे लेकिन हालात नहीं बदले। पहले बिना लाइसैंस ठगी करते रहे शातिर ठग अब लाइसैंस लेकर ठगी करने लग गए।
ताजा मामला चंडीगढ़ से सामने आ रहा है जहां की आॢथक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) पुलिस ने एक चर्चित एवं शातिर युवती को वीजा ठगी के मामले में दूसरी बार गिरफ्तार किया है। खबर है कि आस्ट्रेलिया, हॉंगकॉंग, कनाडा, सिंगापुर में कैरियर संवारने का लालच देकर ठगने के आरोप में नामजद तथा इमीग्रेशन फ्राड क्वीन नाम से भी चर्चित आरोपी रश्मि नेगी को चंडीगढ़ पुलिस ने गत दिवस काबू किया।
ताजा मामला थाना सेक्टर-34 में दर्ज किया गया है। जांच में पुलिस को पता चला है कि आरोपी रश्मि के तार जालंधर से भी जुड़े है जिससे उसकी गिरफ्तारी के बाद से गैंग मैंबर्स का सुखचैन उड़ गया है और इन्द्र का मन भी फरार है। बताया गया है कि बीते सोमवार सेक्टर-51 चंडीगढ़ व नकोदर रोड, जालंधर की पीजी निवासी आरोपी रश्मि नेगी को चंडीगढ़ पुलिस ने जिला अदालत में पेश कर चार दिन का रिमांड हासिल किया।
पुलिस को पता चला है कि रश्मि के खिलाफ चार अलग-अलग मामलों में हरियाणा व पंजाब के युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर करीब 65 लाख रुपये की ठगी का आरोप है। पुलिस अब आरोपी युवती रश्मि नेगी को 29 जनवरी को जिला अदालत में पेश करेगी।
जानकारी के अनुसार सेक्टर-9 स्थित पुलिस मुख्यालय में टोहाना निवासी विकास कुमार ने बताया कि वह आइलेट्स कोचिंग सेंटर चलाते हैं। सेक्टर-34 स्थित वर्ल्ड वाइड सर्विस के नाम से इमीग्रेशन दफ्तर चलाने वाली रश्मि नेगी ने सेंटर में पढऩे वाले दो छात्रों से आस्ट्रेलिया का वीजा लगवाने के नाम पर 15-15 लाख रुपये मांगे लेकिन सौदा 25 लाख रुपए में तय हुआ था। इसके बाद एडवांस के तौर पर 1-1 लाख रुपये ले लिया गया।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि बाकी के रुपये बैंक खाते में देने की बात हुई तो टैक्स कटने का झांसा दिया और उनसे चंडीगढ़ के सेक्टर-34 स्थित दफ्तर में 20 लाख नकद लेकर वीजा दे दिया जो फर्जी निकले। आरोपी रश्मि नेगी से इस बारे में बात की तो वह धमकाने लगी कि पैसे मांगे तो वह उन पर छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवा देगी। परेशान होकर पीडित पक्ष ने इस मामले की शिकायत पुलिस को दी।
वहीं, अन्य जानकारी भी मिली है कि तीन अन्य अलग-अलग मामलों में इसी तरह कुरुक्षेत्र निवासी रनदीप सिंह से 15 लाख 50 हज़ार रुपए, फिरोजपुर निवासी सुमंत से 15 लाख रुपए नरवाना निवासी मनीष कुमार से विदेश भेजने के नाम पर 10 लाख रुपये ठगी की है जो कि जांच का विषय बन गया है।
सीपीएच नहीं नार्थ इंडिया क्वीन है आरोपी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उक्त आरोपी युवती के खिलाफ उत्तराखंड, यूपी, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हिमाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों में कई मामले दर्ज है जिसका डाटा अब पुलिस जुटा रही है। वहीं, आरोपी से पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है कि अब तक उसने कहां-कहां काम किया है और वहां कितनी शिकायतें हुई या केस लंबित है। पूछा यह भी जा रहा है कि देश भर में आफिस कहां-कहां खोले है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में यह सामने आ गया है कि आरोपी रश्मि के तार जालंधर से भी जुड़े है जहां उसका एक आका उसको इस धंधे में आपरेट करता है। यहां वो किसी युवक के डम्मी लाइसैंस पर भी अपना धंधा चला रही है और फर्म का नाम भी WWS ही है। बहरहाल, चार दिन के रिमांड के दौरान कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।
गौरतलब है कि आरोपी रश्मि नेगी वही युवती है, जिसके खिलाफ हाल ही में मोहाली (पंजाब) की सीबीआई अदालत में सीबीआई ने आईजी गौतम चीमा बनाम क्रिस्पी खैहरा विवाद को लेकर दर्ज मामले में आरोपी बनाते हुए चार्जशीट दायर की और आरोपी रश्मि वहां से जमानत पर रिहा होने के बाद से उक्त केस को भी फेस कर रही है जिसको लेकर एक और बड़ी जांच रिपोर्ट जल्द सामने आने वाली है।